राष्ट्र ऋषि नानाजी की दृष्टि में प्राकृतिक खेती
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एक ऐसी स्थायी कृषि प्रणाली जो कृषकों को आत्मनिर्भर बनाये, प्रकृति एवं भूमि में विद्द्यामन लाभकारी मित्र जीव /जीवाणुओं को बिना नुकसान पहुंचाए कम लागत पर पर्याप्त मात्रा में गुणवत्तायुक्त एवं सुरक्षित खाद्य पदार्थ उत्पादित करे |
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देशी गायें भारत की अर्थव्यवस्था की आधारशिला रही हैं | गाय और कृषि एक दूसरे के अभिन्न हैंA गायों से मानव को दूध अवश्य मिलता है किन्तु कृषि का मूल आधार गोवंश ही है |
रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने हेतु केन्द्र द्वारा की गई गतिविधियाँ एवं प्रमुख कार्यक्रम