Scientific Advisory Committee Meeting (वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक)-2024

दीनदयाल शोध संस्थान कृषि विज्ञान केंद्र, मझगवां, सतना की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक मा. अभय महाजन, संगठन सचिव, दीनदयाल शोध संस्थान की अध्यक्षता में आज दिनांक 09 फरवरी 2024 को सम्पन्न हुई |

सर्वप्रथम गत वर्ष की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में प्राप्त सुझावों पर की गई कार्यवाही, प्रगति एवं कार्ययोजना वर्ष 2024 की आकर्षक  प्रस्तुति कृषि विज्ञान केंद्र  के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. राजेंद्र सिंह नेगी द्वारा की गई |

इस अवसर पर मा. अभय महाजन, संगठन सचिव दीनदयाल शोध संस्थान, मा. श्री अनुराग वर्मा, कलेक्टर, सतना, डॉ. एस.आर.के. सिंह , निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-कृषि तकनीकी अनुसन्धानअनुप्रयोग संस्थान जोन -9, जबलपुर (आभासी माध्यम), प्रो. भरत मिश्रा,कुलपति-म.गाँ.चि.ग्रा.वि.वि.चित्रकूट, डॉ. परीक्षित राव झाड़े, मुख्य कार्यपालन अधिकारी,जिला पंचायत सतना, प्रो. दिनकर शर्मा, निदेशक-कृषि प्रसार सेवाएँ,जे.एन.के.वि.वि. जबलपुर, मा. रामखेलावन कोल, जिला पंचायत अध्यक्ष,सतना, मा. योगेश ताम्रकार महापौर,सतना, डॉ. डी.पी. राय,अधिष्ठाता, कृषि, म.गाँ.चि.ग्रा.वि.वि.चित्रकूट. डॉ. एस. एस. तोमर, अधिष्ठाता, कृषि संकाय, ए.के. एस. वि.वि., सतना, डॉ. संजय वैसम्पायन, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र, कटनी,  डॉ. ए. के. पाण्डेय, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र, रीवा, डॉ  केवल सिंह बघेल, वैज्ञानिक, कृषि  विज्ञान केंद्र, रीवा, डॉ. प्रमोद गुप्ता, वैज्ञानिक, जे.एन.के.वि.वि. जबलपुर,मनोज कश्यप, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास, सतना, श्री राजेश त्रिपाठी, परियोजना  संचालक, आत्मा,  किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, एस.के. नारनवरे, डॉ. जे. के. गुप्ता, उप संचालक, पशु चिकित्सा सेवाएँ, सतना, कृषि यंत्री, कृषि अभियांत्रिकी, सतना, श्री नारायण कुशवाहा, उप संचालक, उद्यानिकी  एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, सौरभ त्रिपाठी, सहायक प्रबंधक,ओ.टी.आई.सी. सतना, राजेश कुमार सिंह, जिला संपर्क अधिकारी, सतना, जीतेन्द्र तिवारी, तहसीलदार, मझगवां, पंकज दुबे, वन परिक्षेत्राधिकारी, मझगवां, प्रणवीर सिंह,सदस्य,ग्राम इटमा सोहावल, अजीत सिंह, सदस्य,देवीपुर, शिव कुमार सिंह,सदस्य,ग्राम देवीपुर, सुनील कुमार सिंह, सदस्य,देवीपुर, अनुसुइया कुशवाहा,सदस्य,ग्राम देवरा,नरेन्द्र प्रताप सिंह,ग्राम अमहा,सुखेन्द्र सिंह,ग्राम मतहा,रामपुर बाघेलान,राजेन्द्र सिंह,ग्राम डेगरहट, मझगवां, राजेन्द्र सिंह, ग्राम सतरी, रामपुर बाघेलान, राजेंद्र सिंह पटेल, ग्राम इचौल, सूरज सिंह,भटिगवां, एवं जिले के सभी  विकासखण्ड से प्रगति शील किसानों  की  सहभागिता रही |

  • केंद्र पर मिनी मिलेट प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना माँडल के रूप में होना चाहिए जिससे किसान देखकर प्रोत्साहित हो सके | श्री नारायण कुशवाहा, उप संचालक, उद्यानिकी  एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, सतना |

तदुपरान्त सदस्यों से सुझाव आमंत्रित किए गए |

  • मोटे अनाजों के प्रसंस्करण की व्यवस्था केंद्र पर होनी  चाहिए | श्री राजेश त्रिपाठी, परियोजना  संचालक, आत्मा,  किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, सतना |
  • प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता है| मक्का का क्षेत्र बढ़ाने हेतु छोटे-बडे किसानों को आगे आना चाहिए इसके बोने से उकठा रोग से मुक्तिभी मिलती है | श्री प्रणवीर  सिंह, सदस्य, इटमा, सोहावल  |
  • पडत भूमि विकास हेतु छोटे- छोटे- प्रयोग करना चाहिए तभी किसानों की आय दोगुनी होगी |जैसे पिछले वर्ष मैं कृषि विज्ञान केंद्र, मझगवां के सहयोग से बरिहा कुमडा का बीज ले गया जिससे 85000  रुपये की आमदनी हुई |  श्री रामखेलावन कोल, जिला पंचायत अध्यक्ष, सतना  |
  • सतना जिले में अरहर की  फसल को बढ़ावा देने की आवश्यकता है  | मा. अनुराग वर्मा, कलेक्टर, सतना |
  • खेती के खर्चों को कम करने हेतु छोटे–छोटे प्रयोग करने की आवश्कता है प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना एवं हो रहे जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रख कर सभी वैज्ञानिक कृषि मूल्यवर्धन, मशरूम उत्पादन, मुर्गी पालन, बकरी पालन इत्यादि पर जोर दे | डॉ. एस. आर. के. सिंह निदेशक भा.कृ.अनु.प. -कृषि तकनीकी अनुसन्धान संस्थान जोन -9 जबलपुर |
  • प्लास्टिक का उपयोग न करें, मिलेट का सेल काउंटर सभी विभागों में होना चाहिए | मा. योगेश ताम्रकार, महापौर, सतना |
  • सरकार द्वारा फ्री में बाटने की निति के कारण सभी अकर्मण्य हो रहे है इस पर विचार करने की जरुरत है | अन्नश्री के उत्पादन पर जोर देना चाहिए साथ ही दलहन एवं तिलहन में आत्म निर्भर हो इस दिशा में प्रयास करना चाहिए | पशु पालन विभाग से चर्चा हुई है इस क्षेत्र के लिए एक प्रोजेक्ट लायेगे | मा. अभय महाजन, संगठन सचिव, दीनदयाल शोध संस्थान |